भादवा मेला का आगाज 5 सितंबर से: रामदेवरा में शुरू होगा भक्ति और श्रद्धा का उत्सव
बाबा रामदेव जी का भादवा मेला, जो हर साल लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र बनता है, 5 सितंबर से विधिवत रूप से शुरू होने जा रहा है। बाबा रामदेव समाधि स्थल पर होने वाला यह मेला भक्तों के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है। कल से शुरू हो रहे इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
भादवा मेले का शुभारंभ और विधिवत आयोजन
5 सितंबर को शुक्ला दूज के दिन भादवा मेले का विधिवत शुभारंभ ब्रह्म मुहूर्त में बाबा रामदेव जी की समाधि पर पंचामृत से अभिषेक के साथ किया जाएगा। अभिषेक के बाद मंगला आरती की जाएगी और समाधि पर भोग चढ़ाया जाएगा। बाबा रामदेव समाधि समिति, प्रशासन, पुलिस और ग्राम पंचायत ने मेले के आयोजन के लिए पुख्ता व्यवस्थाएं की हैं ताकि भक्तजन बिना किसी परेशानी के दर्शन कर सकें।
मेले में भक्तों की भारी आवक की उम्मीद
भादवा मेले के पहले दिन ही लाखों की संख्या में भक्तों के बाबा रामदेव के दर्शन करने की उम्मीद है। आज से ही हजारों की संख्या में पैदल यात्री रामदेवरा पहुंचने लगे हैं। यह मेले का प्रमुख आकर्षण है, जहाँ भक्त अपनी श्रद्धा और आस्था को लेकर पैदल यात्रा करते हुए रामदेवरा पहुँचते हैं। बाबा रामदेव जी के प्रति भक्तों की इस अटूट आस्था को देखकर ही रामदेवरा को भक्ति का धाम कहा जाता है।
प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्थाएं
रामदेवरा में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। पुलिस और प्रशासन की टीम पूरे मेले के दौरान मुस्तैद रहेगी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। ग्राम पंचायत और समाधि समिति ने भी मेले के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है।
भक्तों के लिए खास निर्देश
रामदेवरा मेले में आने वाले भक्तों के लिए कुछ विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। प्रशासन ने यात्रियों को अनुशासन में रहकर दर्शन करने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील की है। साथ ही, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष बैरिकेडिंग और कतार व्यवस्था भी की गई है।
बाबा रामदेवरा का भादवा मेला: आस्था और परंपरा का संगम
बाबा रामदेव जी का भादवा मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, भक्ति और परंपरा का संगम है। इस मेले में हर वर्ष देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं, जो बाबा के प्रति अपनी अनन्य श्रद्धा प्रकट करते हैं। इस मेले का हिस्सा बनना भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव होता है, जहाँ वे बाबा रामदेव जी के दिव्य दर्शन कर मनोवांछित फल प्राप्त करते हैं।